Sunday, December 20, 2015

इतना ही कर दो...!!



अगर तुम से बने इतना ही कर दो...
नहीं कुछ और तो इल्ज़ाम धर दो ;
.
हमारी है कहाँ ये ज़िंदगी भी....
जो तुम चाहो इसे नीलाम कर दो ;
.
नशा आँखों में है इतना तुम्हारी...
मिला लो मुझसे थोड़ा सा असर दो ;
.
बहुत वीरान है ये ज़िंदगी अब ....
इसे तुम प्यार से अपने ही भर दो ;
.
नहीं मैं यूँ नहीं छोडूंगी पीछा...
ये अपना दिल ही मेरे नाम कर दो ;
.
भटकते दिल को छोड़ो यूँ न तन्हा...
इसे सपनो से झिलमिल इक नगर दो ;
.
हमेशा नाक पे रहता है गुस्सा ...
मुहब्बत को मुहब्बत की नज़र दो ...!!
.
..............................................'तरुणा'.... !!!
.

Agar tum se bane itna hi kar do...
Nahin  kuchh aur to ilzaam dhar do ;
.
Hamari hai kahan ye zindgi bhi...
Jo tum chaaho ise neelaam kar do ;
.
Nasha aankhon me hai itna tumhari..
Mila lo mujhse thoda sa asar do ;
.
Bahut veeraan hai ye zindgi ab...
Isey tum pyaar se apne hi bhar do ;
.
Nahin main yun nahin chhodungi peechha...
Ye apna dil hi mere naam kar do ;
.
Bhatkte dil ko chhodo yun na tanha...
Isey sapno se jhilmil ik nagar do ;
.
Hamesha naak pe rahta hai gussa...
Muhabbat ko muhabbat ki nazar do..!!
.
..........................................................'Taruna'...!!!






No comments: